शनिवार 02 2021
विश्व डाक दिवस 9 अक्टूबर 2022, World Postal Day
चिट्ठियों की यादें
"कागजों की तहरीरों पर सीमटी जज्बातों की बातें, हालात की बातें, तो हाल चाल की बातें, उस कागज के पुर्जे को खत कहा करते थे, पत्र कहा करते थे, तो चिट्ठी कहा करते थे । एक चिट्ठी के आने का इंतजार इतनी शिद्दत से होती थी कि उसके मिलने पर खुशियों का कोई ठिकाना नहीं होता था ।"
Indian post office Logo |
लेकिन तकनीकी ने चिट्ठियों के सफर पर विराम लगा दिया । अब वे चिट्टियां ना तो लिखी जाती हैं और ना ही पढ़ी जाती हैं । लेकिन उन चिट्ठियों की यादें भरपूर जिंदा है आधुनिक दौर में चिट्ठी गुम हो गई है और हम भी अपनों से दूर हो चले हैं ।
कब से और क्यों मनाया जाता है विश्व डाक दिवस
9 अक्टूबर 2022 को विश्व डाक दिवस है इस मौके पर कुछ चिट्ठियों के सफर और डाकखाने पर एक नजर डाल रहे हैं साल 1874 में 9 अक्टूबर के दिन यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (UPU-Universal Postal Union) बनाने के लिए 22 देशों ने अपनी सहमति दी थी । सालों बाद 1967 में जापान के टोक्यो के एक आयोजन में 9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस के तौर पर मनाने का फैसला लिया गया । इसका मकसद था कि नागरिकों को डाक सुविधा से जोड़ा जाए और उनमें इसके लिए जागरूकता पैदा किया जाए । दुनिया के 142 देशों में पोस्टल कोड है जोकि यूनिवर्सल पोस्टल सेवा (UPS-Universal Postal Services) के तहत आते हैं ।
विश्व डाक दिवस 2022 का थीम
हर साल विश्व डाक दिवस अलग-अलग थीम के अनुसार में मनाया जाता है । इस दिन थीम के अंतर्गत ही काम किए जाते हैं । इस बार विश्व डाक दिवस 2022 का थीम "Post for Planet" है ।
भारत में डाक का महत्व
भारत में शुरू से ही डाक प्रणाली बहुत ही आधुनिक तरीके से इस्तेमाल किया जाता रहा है । भारत की डाक व्यवस्था पूरी दुनिया में एक उदाहरण माना जाता है क्योंकि यहां सबसे ज्यादा डाक इस्तेमाल किया जाता रहा है । भारत में दुनिया की सबसे बड़ी पोस्टल सर्विस (Postsl Service) है । जहां डेढ़ लाख से भी ज्यादा पोस्ट ऑफिस देश के कोने कोने में मौजूद हैं । भारत में पिन कोड नंबर के आधार पर चिट्टियां बांटी जाती है पिन कोड तय किए जाने की शुरुआत 15 अगस्त 1972 में हुई थी ।
दुनिया भर की अतरंगी डाकघर
पोस्ट ऑफिस केवल पुरानी इमारतें या फिर लाल डिब्बे वाले नहीं बल्कि कई पोस्ट ऑफिस अपने अनोखेपन की वजह से भी टूरिस्ट स्पॉट बन चुके हैं । इनमें से कुछ ऐसे हैं जैसे कि कश्मीर में तैरने वाला डल झील में बोट हाउस पर तैरता हुआ डाकघर । इसी तरह से वियतनाम में दुनिया का सबसे खूबसूरत पोस्ट ऑफिस है जिसे देखने के लिए दुनिया के कोने कोने से सैलानी आते हैं । Republic of Vanuatu में पानी में मछलियों के बीच पोस्ट बॉक्स रखा गया है जोकि वाटर प्रूफ है ताकि चिट्टियां गीली ना हो जाए और सुरक्षित अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचाई जा सके ।
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रविवार 19 2021
विश्व हृदय दिवस 29 सितंबर को क्यों मनाते हैं, World Heart Day 29 Sep 2022
विश्व हृदय दिवस क्यों मनाते हैं ?
हर साल 29 सितंबर को World Heart Day यानी विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है । इस दिन को हृदय रोग के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल तरह तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है विश्व ह्रदय दिवस पर हृदय से जुड़ी अलग-अलग संस्थाएं भी लोगों को जागरूक करती हैं ।
विश्व हृदय दिवस अस्तित्व में कब आया ?
विश्व हृदय दिवस 1999 में वर्ल्ड हर्ट एसोसिएशन (World Heart Association) के निदेशक Anthony Bes De Luna के पहल पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO-World Health Organization) ने इस दिवस को मनाने व हृदय से जुड़ी ढेर सारी जानकारियां लोगों में प्रसारित करने के लिए इस दिन को विश्व हृदय दिवस के रूप में चुना । और बताया कि इस खास दिन को हृदय से जुड़ी समस्याओं व रोगों के बारे में जितना भी हो सके ज्यादा से ज्यादा लोगों में जागरूकता फैलाई जाए ।
जिससे कि लोग अपने स्वास्थ्य अपने हृदय की देखरेख संपूर्ण रूप से स्वयं करें और एक लंबा जीवन जीने का अनुभव प्राप्त करें ।पहले यह दिवस सितंबर के आखिरी रविवार को मनाया जाता था । परंतु 2014 में इस दिवस को मनाने के लिए 29 सितंबर की तारीख निर्धारित की गई । तब से लेकर आज तक प्रत्येक वर्ष ह्रदय दिवस 29 सितंबर को मनाया जाने लगा ।
विश्व हृदय दिवस की जरूरत भारत में सबसे ज्यादा क्यों है ?
भारत में हर पांचवा व्यक्ति दिल का मरीज है वर्ल्ड हर्ट फेडरेशन (World health Fedration) के अनुसार ह्रदय संबंधी बीमारियों से हर साल करीब 18 मिलियन मरीजों की मौत हो जाती है । देखा जाए तो यह दिवस भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण है क्योंकि पूरे विश्व की एक बड़ी आबादी इस देश में रहती है। इस तरह से सबसे ज्यादा जागरूकता की आवश्यकता भारत में रहने वाले लोगों को है । भारत में अभी भी स्वास्थ्य के प्रति बहुत सारी सुविधाएं विकसित करनी बाकी है ।
विश्व हृदय दिवस का थीम, Theme of world heart day 2022
इस बार विश्व हृदय दिवस का 29 सितंबर 2022 का थीम "Use heart for heart" रखा गया है। वहीं पिछले 5 सालों में विश्व हृदय दिवस का थीम इस प्रकार था
- 2021 Use to heart connect with your heart
- 2020 Use heart to beat cardiovascular disease
- 2019 For my heart, for your heat, for all our heart
- 2018 My heart, your heart
- 2017 Share the power
- 2016 Power your life
आने वाले ह्रदय दिवस Upcoming world heart day
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सोमवार 30 2021
8 सितंबर 2021, विश्व साक्षरता दिवस World Literacy Day
Spread Education |
जीवन के लिए भोजन के साथ-साथ साक्षर होना, शिक्षित होना भी अत्यंत आवश्यक है । शिक्षा को अंग्रेजी में एजुकेशन कहते हैं, एजुकेशन एक लैटिन शब्द एड्यूकारी से आता है अर्थात "हमारा हमसे ही परिचय" एजुकेशन शब्द खुद हमसे डिमांड करता है कि हम खुद को जाने, खुद को सही रूप से समझें, जैसे जैसे हमारा चरित्र बढ़ता जाता है वैसे ही शिक्षा का विस्तार भी होता है ।
इसका सबसे शुद्ध और विख्यात उदाहरण बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी को समझा जा सकता है । उन्होंने शिक्षा और साक्षरता के दम पर भारत का संविधान लिख दिया और लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए प्रेरित भी किया । और बताया कि शिक्षा और साक्षरता के दम पर आप अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं । नेल्सन मंडेला जी ने एक समय पर कहा था कि "शिक्षा एक शक्तिशाली हथियार है जिसके प्रयोग से आप दुनिया बदल सकते हो ।"
"Education is the most powerful weapon which you can use to change the world"
- Nelson Mondela
विश्व साक्षरता दिवस क्यों मनाया जाता है ?
Right to Education |
17 नवंबर सन 1965 को यूनेस्को (Unesco-United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization) ने 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस घोषित किया । इसको पहली बार 1966 में मनाया गया, इसका उद्देश्य व्यक्तिगत, सामुदायिक एवं सामाजिक रुप से साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालना है । साक्षर का अर्थ होता है शिक्षित होना परंतु शिक्षित होने का अर्थ केवल अक्षर ज्ञान एवं पढ़ाई लिखाई ही नहीं होता । बल्कि इसका अर्थ है कि व्यक्ति को अपने कर्तव्य व अधिकारों का ज्ञान हो जिससे उसका शोषण ना हो और वह एक सफल जीवन जिए ।
विश्व साक्षरता दिवस की शुरुआत कैसे हुई ?
विश्व साक्षरता दिवस मनाने को लेकर पहली बार सन 1966 में 8 से 19 सितंबर के बीच ईरान के तेहरान में शिक्षा के मंत्रियों के द्वारा विश्व सम्मेलन के दौरान चर्चा की गई । इसके बाद 26 अक्टूबर 1966 से यूनेस्को ने 14वीं जनरल कॉन्फ्रेंस में घोषणा करते हुए कहा कि अब से हर साल दुनिया भर में विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाएगा ।
विश्व साक्षरता दिवस 2021 का थीम
इस बार विश्व साक्षरता दिवस 2021 का थीम Literacy for a human-centred recovery रखा गया है । इसके पहले वर्ष 2020 में विश्व साक्षरता दिवस की थीम Litarcy teaching and learning in the Covid-19 crisis and beyond थी । वर्ष 2019 में विश्व साक्षरता दिवस की थीम Litarcy and multilingual थी तो वर्ष 2018 में विश्व साक्षरता दिवस की थीम Litarcy and skill development रखी गई थी ।
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रविवार 08 2021
ई-रूपी क्या है ? यह कैसे काम करता है ? इससे किसको फायदा होगा ? और इससे नुकसान किसको होगा ? जानिए आसान भाषा में
Image Source:finshots.in |
ई-रूपी क्या है ?
ई-रूपी कैसे काम करता है ?
ई-रूपी की जरूरत क्या है ?
ई-रूपी से किसको फायदा होगा ?
ई-रूपी नुकसान किसको होगा ?
ई-रूपी का भविष्य
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रविवार 25 2021
भारत और दुनिया का सबसे पहला आईपीओ कब और कौन लाया ? कैसे एल आई सी से पॉलिसी धारकों की रकम होगी दुगनी ?
प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव IPO-Initial Public Offering
पिछले लगभग दो सालों से शेयर मार्केट की दुनिया में आईपीओ (IPO-Initial Public Offering) को लेकर जबरदस्त चर्चा हो रही है । जिस प्रकार से कंपनियों द्वारा आईपीओ पब्लिक के बीच लाए जा रहे हैं उससे साफ पता चलता है कि आम आदमी भी शेयर मार्केट में रुचि रखने लगा है और अपने पूंजी का एक हिस्सा शेयर मार्केट और आईपीओ में लगाकर कम समय में ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं ।
आज के पढ़े-लिखे युवा भी शेयर मार्केट के पुराने डर को भूल कर अपनी छोटी सी पॉकेट मनी भी शेयर मार्केट में लगा रहे हैं । क्योंकि उन्हें पता है कि शेयर मार्केट ही एक ऐसा जरिया है जिससे कम समय में ज्यादा पैसा कमाया जा सकता है इसके लिए रिस्क लेने की क्षमता भी रखने लगे हैं ।
इसी श्रेणी में आईपीओ अपने पैसे को ज्यादा करने के लिए एक बेहतर विकल्प है अगर आईपीओ आवेदन करने से पहले कंपनी और उसके आने वाले आईपीओ के बारे में अच्छी तरह अध्ययन कर लिया जाए तो किसी भी व्यक्ति के लिए आईपीओ कमाई का एक अच्छा जरिया बन सकता है । तो आइए जानते हैं आईपीओ के बारे में कुछ छोटी मोटी बातें
दुनिया का पहला आईपीओ कौन सा है ? World First IPO
दुनिया का पहला आईपीओ डच ईस्ट इंडिया कंपनी (Dutch East India Company) ने मार्च 1602 में लांच किया था । इस कंपनी ने पूंजी जुटाने के लिए कंपनी के शेयरों को जनता के सामने लाया इस प्रकार डच ईस्ट इंडिया कंपनी जनता को आईपीओ, शेयर, स्टॉक में सम्मिलित करने वाली दुनिया की पहली कंपनी बन गई ।
भारत का पहला आईपीओ First Indian IPO
Courtesy:stockselector.in |
इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि रिलायंस की सोच कितनी दूरदर्शी थी । रिलायंस के आईपीओ लॉन्च करने के ठीक 15 साल बाद April 12, 1992 को सेबी की स्थापना की गई थी । आज रिलायंस की वजह से आम आदमी भी किसी भी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी खरीद सकता है वह भी एक छोटी पूंजी से ।
आईपीओ क्या है IPO-Initial Public Offering ?
आईपीओ क्या है इसे एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं, मान लेते हैं ABC Limited एक कंपनी है जो सफल और अच्छी स्थिति में व्यापार कर रही है परंतु उसको ऋण भी चुकाना है, साथ ही साथ अपने व्यवसाय का विस्तार भी करना है ।
ऐसी स्थिति में ABC Limited को पूंजी की जरूरत होगी । अब पूंजी जुटाने के लिए कंपनी के पास दो रास्ते हैं या तो कंपनी लोन ले, जिसमें लोन का मूलधन तो वापस करना ही होगा, साथ ही साथ उसको उसका ब्याज भी चुकाना पड़ेगा । जिसमें कंपनी के ऊपर अतिरिक्त दबाव बढ़ेगा ।
Courtesy:Angelbrocking.com |
वही पूंजी जुटाने का दूसरा रास्ता आम आदमी को कंपनी में हिस्सेदार बनाना है । इसमें कंपनी द्वारा निवेशक को कोई ब्याज या मूलधन वापस नहीं करना पड़ता है । यदि कंपनी को लाभ होता है तो आम आदमी या निवेशक को निवेसित पूंजी के अनुपात में लाभ मिल जाता है । इसके विपरीत यदि हानि होती है तो निवेसित पूंजी की मात्रा में हानि को बांट दिया जाता है ।
इस प्रकार से कंपनी को पूंजी तो मिल ही जाती है साथ में जोखिम भी कम हो जाता है । निवेशक के द्वारा कंपनी में लगाए गए इसी पूंजी को कंपनी का शेयर कहते हैं । और जब इसी शेयर को कंपनी द्वारा निवेशकों या आम आदमी को देने के लिए पहली बार आमंत्रित किया जाता है तो इसे आईपीओ कहा जाता है मतलब प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO-Initial Public Offering)
कंपनियां आईपीओ क्यों जारी करती हैं ?
IPO-Initial Public Offering जारी करना मार्केट या पब्लिक से पैसा लेने का एक शानदार विकल्प है । किसी भी कंपनी को कंपनी विस्तार या व्यापार विस्तार के लिए पर्याप्त पैसे की जरूरत होती है चाहे व्यवसाय में सुधार करना हो, कंपनी के मूलभूत ढांचे को मजबूत करना हो या कंपनी द्वारा लिए गए ऋण को चुकाना हो ।
ऐसे में आईपीओ एक बेहतर और मजबूत साधन होता है । "सार्वजनिक होने वाली एक कंपनी का मतलब है कि ब्रांड को स्टॉक एक्सचेंज में अपना नाम चमकाने के लिए पर्याप्त सफलता मिली है यह किसी भी कंपनी के लिए गर्व की बात होती है ।"
एल आई सी पॉलिसी धारकों की रकम होगी दुगनी
2021-22 में सरकार एलआईसी की आईपीओ लाने की तैयारी में है । अगर इस आईपीओ के लिए आवेदन किया जाता है तो आईपीओ मिलने पर रकम दुगनी से अधिक हो सकती है । एलआईसी के एक विशेष योजना के तहत अपने पॉलिसी धारकों के लिए अलग से आईपीओ आरक्षित की है । या आईपीओ 2022 के March में आ सकता है या 2022 के पहले क्वार्टर में । एक सूचना के अनुसार यह आईपीओ दो भागों में आ सकता है । अगर आप इस आईपीओ में आवेदन करना चाहते हैं तो अपने और घर में सभी सदस्यों का डिमैट अकाउंट पहले से खोज सकते हैं ।
आईपीओ लेने के लिए कहां और कैसे आवेदन करें ?
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रविवार 11 2021
मोबाइल रेडिएशन से बचना है तो अपने मोबाइल का SAR वैल्यू ऐसे चेक करें
रेडिएशन एक ऐसा शब्द है जिसके बारे में सुनते ही मन में गंभीर बीमारियों का ख्याल आने लगता है । वर्तमान दौर में रेडिएशन वातावरण में इस कदर फैला हुआ है जिससे बचना नामुमकिन सा हो गया है ।
वैज्ञानिक खोजों ने मानव जीवन को जितना आसान बनाया है उतना ही मानव बीमारियों की संभावनाओं को बढ़ा दिया है । अगर वैज्ञानिक खोजों का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया गया तो वैज्ञानिक खोजों का गंभीर दुष्परिणाम मानव समाज पर पड़ेगा ।
रेडिएशन भी वैज्ञानिक खोजों का ही दुष्परिणाम है उन्हीं में से एक खोज मोबाइल फोन भी है जिसमें ब्लूटूथ, वाईफाई, हॉटस्पॉट, वाइब्रेशन मोड इत्यादि है ।
क्या है सार वैल्यू ? What is SAR Value ?
SAR Value का पूरा नाम Specific Absorption Rate है जिसका स्टैंडर्ड रेट 1.6 watt/kg होता है । सार वैल्यू रेडिएशन को मापने का एक मापक है ।
आपके के मोबाइल का रेडिएशन रेट 1.6 watt/kg से जितना ज्यादा होगा आपका मोबाइल आपके शरीर के लिए उतना ही हानिकारक होगा ।
अगर आपके मोबाइल का रेडिएशन रेट 1.6 watt/kg से कम है तो आपका मोबाइल आपके शरीर के लिए उतना ही कम हानिकारक है ।
अपने मोबाइल का सार वैल्यू कैसे पता करें ?
अगर आप का मोबाइल पुराना है और डब्बा खो गया है या नहीं है ऐसी स्थिति में आपको अपने मोबाइल फोन से यह नंबर (*#07#) डायल करना होगा, नंबर डायल करते ही आपके मोबाइल का SAR Value आपके स्क्रीन पर दिखाई देगा ।
अपने मोबाइल रेडिएशन से कैसे बचें ?
मोबाइल फोन और ढेर सारे गैजेट्स के रेडिएशन से पूरी तरह से बचने के लिए अभी तक एक मात्र एक ही उपाय है कि इन मोबाइल फोन या गजट को अवॉइड करें । जो आज के समय में असंभव सा है परंतु रेडिएशन को कम जरूर किया जा सकता है ।
- हम जिस मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं उसमें ब्लूटूथ, वाईफाई, वाइब्रेशन मोड, हॉटस्पॉट इत्यादि सेवाएं मौजूद रहती है जिन से काफी मात्रा में रेडिएशन फैलने का डर रहता है । ऐसे में हम ब्लूटूथ का इस्तेमाल ना करके वायर्ड हेडफोन या ईयर फोन का इस्तेमाल कर सकते हैं ।
- मोबाइल को अपने हृदय और मस्तिष्क से दूर वाली पॉकेट में रख सकते हैं ।
- सोते वक्त अपने मोबाइल को अपने से काफी दूर रखें ।
- चार्ज करते समय मोबाइल को अपने पास बिल्कुल भी ना रखें ।
- अपने फोन को वाइब्रेशन मोड पर रखने से बचें ।
- अगर आप घर में है तो पूरे घर के लिए एक ही लैंडलाइन का इस्तेमाल करें ।
- अगर आप स्पीकर पर बात कर सकते हैं तो मोबाइल रेडिएशन से होने वाली बीमारियों को काफी दूर रखा जा सकता है ।
ऐसे कौन से फोन है जिनका रेडिएशन SAR Value रेट से कम है ?
नीचे कुछ मोबाइल फोन के नाम दिए जा रहे हैं साथ ही उनका SAR Value रेट भी है आप चाहे तो इन स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर सकते हैं या बाजार से खरीद सकते हैं ।
देखा जाए तो बाजार में सरकारी मापदंडों को देखते हुए सारे फोन SAR Value रेट के हिसाब से ही बेचे जा रहे हैं । तो कोई भी नया फोन खरीद के समय मोबाइल के डिब्बे पर SAR Value अवश्य चेक करें तभी फोन खरीदे ।
MODEL | SAR VALUE |
Redmi Note 8 | 0.25W/kg |
Samsung Galaxy M31 | 0.38W/kg |
Realme Narzo 10 | 0.86W/kg |
Redmi Note 9 Pro Max | 0.88W/kg |
Redmi Note 9 Pro | 0.90W/kg |
OnePlus 8 Pro | 0.96W/kg |
OnePlus 8 | 0.96W/kg |
Xiaomi Mi 10 | 1.04W/kg |
POCO X2 | 1.08W/kg |
Samsung Galaxy A31 | 1.13W/kg |
Redmi Note 8 Pro | 1.13W/kg |
Realme 6 | 1.14W/kg |
iPhone SE 2020 | 1.17W/kg |
Realme X3 | 1.19W/kg |
Realme 6 Pro | 1.19W/kg |