"हमारे कुछ गुनाहों की सजा भी साथ-साथ चलती है, अब हम तन्हा नहीं चलते दवा भी साथ चलती है, अभी जिंदा है मेरी मां मुझे कुछ भी नहीं होगा, मैं जब घर से निकलता हूं तो उनकी दुआ भी साथ साथ चलती है ।"

आप सभी को मदर्स डे की ढेर सारी शुभकामनाएं । आज हम बताएंगे कि मदर्स डे कब ? क्यों और कैसे मनाया जाता है ? मदर्स डे मनाने का उद्देश्य क्या है ?

दुनिया में मां के काम का किसी से भी मुकाबला नहीं किया जा सकता । मां से बढ़कर कुछ हो ही नहीं सकता, मां से ज्यादा महत्त्व हमारी जिंदगी में किसी का भी नहीं हो सकता । और मां के ही योगदान को मनाने के लिए मदर्स डे की शुरुआत हुई थी । 

हर साल मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है । जैसे इस साल 14 मई 2023 को मई महीने का दूसरा रविवार होगा तो इस दिन मदर्स डे मनाया जा रहा है । इसकी कोई निश्चित तारीख नहीं है यह दिन के अनुसार मनाया जाता है दुनिया भर में मदर्स डे को मनाने को लोकप्रिय बनाने व शुरू करने का श्रेय अमेरिका के ऐना जारविस को है ।

किस कारण से मदर्स डे मनाया जाता है ?

Child always happy with mother

मदर्स डे मनाने की परंपरा हजार साल पहले से ग्रीक और रोमन के जमाने से चली आ रही है । लेकिन हम जिस मदर्स डे को मनाते हैं इसकी शुरुआत ऐना जारविस ने 1980 में अपनी मां को सम्मान देने के लिए किया था । वह भी अमेरिका के एक चर्च सेंट एंड्रयूज मेथडलिस्ट जो कि वेस्ट वर्जिनिया स्टेट में है ।

ऐना जर्विस के मां का नाम Ann Reeves Jarvis था । वह एक पीस एक्टिविस्ट थी वह अमेरिका के सिविल वार में घायल हुए सारे सैनिकों का इलाज करती थी और इस काम को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने मदर्स डे वर्क क्लब खोला ताकि आम जानता की स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक किया जा सके ।

Ann Maria Reeves Jarvis
Image courtesy:Findagrave.com


1905 में Ann Reeves Jarvis की मृत्यु हो गई और तभी उनकी बेटी ऐना जारविस ने कैंपेन शुरू की । इस कैंपेन का मकसद मदर्स डे को अंतरराष्ट्रीय तौर पर मनाना था । इसके साथ ही ऐना जारविस का एक और मकसद था कि इस दिन को पूरी तरह से अवकाश रखा जाए । क्योंकि वही एक दिन होगा जब हम अपनी मां के साथ बैठेंगे और उन्हें अच्छा महसूस कर आएंगे । इस दुनिया में सबसे ज्यादा काम हमारे लिए हमारी मां ने ही किया है ।

मदर्स डे मनाने की स्वीकृति एवं उद्देश्य 

ऐना जारविस द्वारा मदर्स डे को मनाने का प्रपोजल जब यूएस सरकार के सामने रखा गया तो यह मजाक उड़ाते हुए रिजेक्ट कर दिया गया कि अच्छा होता यदि मदर इन लॉ डे मनाया जाता । लेकिन ऐना जारविस ने हिम्मत नहीं हारी अपनी कैंपेन जारी रखी । आखिर वह दिन आ ही गया जब 1914 आते आते अमेरिका के 28वें प्रेसिडेंट वुड्रो विल्सन (U.S. President Woodrow Wilson) ने इस प्रपोजल को मंजूरी दे दी और कहा कि मई में आने वाले हर दूसरा रविवार मदर्स डे के नाम से मनाया जाएगा ।

Happy International mother's day


लेकिन बहुत से लोगों ने इसका गलत मतलब समझ लिया वह अपनी मां के साथ बैठने व उनके साथ समय बिताने के बजाय महंगे महंगे उपहार देने लगे और इसी का फायदा उठाते हुए अमेरिकी कंपनियों ने मदर्स डे के नाम पर ढेर सारे आर्टिफिशियल गिफ्ट पैकेट बनाकर मार्केट में बेचने लगे । 

जो पूरी तरह से कमर्शियल हो गया । इन उपहारों में ना तो इमोशन था ना ही मां के प्रति किसी तरह का सेंटीमेंट । इन सब के विरोध में एना जारविस ने बहुत बड़ी बड़ी लड़ाइयां लड़ी यह कहते हुए कि अगर अपनी मां को सम्मान देना है तो खुद के हाथ से बना हुआ उपहार दे उनके साथ वक्त बिताएं उनकी सेवा करें और उनको खास महसूस कराएं ।


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