सोमवार 30 2021

Spread Education


जीवन के लिए भोजन के साथ-साथ साक्षर होना, शिक्षित होना भी अत्यंत आवश्यक है । शिक्षा को अंग्रेजी में एजुकेशन कहते हैं, एजुकेशन एक लैटिन शब्द एड्यूकारी से आता है अर्थात "हमारा हमसे ही परिचय" एजुकेशन शब्द खुद हमसे डिमांड करता है कि हम खुद को जाने, खुद को सही रूप से समझें, जैसे जैसे हमारा चरित्र बढ़ता जाता है वैसे ही शिक्षा का विस्तार भी होता है । 

इसका सबसे शुद्ध और विख्यात उदाहरण बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी को समझा जा सकता है । उन्होंने शिक्षा और साक्षरता के दम पर भारत का संविधान लिख दिया और लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए प्रेरित भी किया । और बताया कि शिक्षा और साक्षरता के दम पर आप अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं । नेल्सन मंडेला जी ने एक समय पर कहा था कि "शिक्षा एक शक्तिशाली हथियार है जिसके प्रयोग से आप दुनिया बदल सकते हो ।"


"Education is the most powerful weapon which you can use to change the world"

                                                                              - Nelson Mondela


विश्व साक्षरता दिवस क्यों मनाया जाता है ?


Right to Education


17 नवंबर सन 1965 को यूनेस्को (Unesco-United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization) ने 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस घोषित किया । इसको पहली बार 1966 में मनाया गया, इसका उद्देश्य व्यक्तिगत, सामुदायिक एवं सामाजिक रुप से साक्षरता के महत्व पर प्रकाश डालना है । साक्षर का अर्थ होता है शिक्षित होना परंतु शिक्षित होने का अर्थ केवल अक्षर ज्ञान एवं पढ़ाई लिखाई ही नहीं होता । बल्कि इसका अर्थ है कि व्यक्ति को अपने कर्तव्य व अधिकारों का ज्ञान हो जिससे उसका शोषण ना हो और वह एक सफल जीवन जिए ।

विश्व साक्षरता दिवस की शुरुआत कैसे हुई ?

विश्व साक्षरता दिवस मनाने को लेकर पहली बार सन 1966 में 8 से 19 सितंबर के बीच ईरान के तेहरान में शिक्षा के मंत्रियों के द्वारा विश्व सम्मेलन के दौरान चर्चा की गई । इसके बाद 26 अक्टूबर 1966 से यूनेस्को ने 14वीं  जनरल कॉन्फ्रेंस में घोषणा करते हुए कहा कि अब से हर साल दुनिया भर में विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाएगा ।

विश्व साक्षरता दिवस 2021 का थीम

इस बार विश्व साक्षरता दिवस 2021 का थीम Literacy for a human-centred recovery रखा गया है । इसके पहले वर्ष 2020 में विश्व साक्षरता दिवस की थीम Litarcy teaching and learning in the Covid-19 crisis and beyond थी । वर्ष 2019 में विश्व साक्षरता दिवस की थीम Litarcy and multilingual थी तो वर्ष 2018 में विश्व साक्षरता दिवस की थीम Litarcy and skill development रखी गई थी ।



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