रविवार 26 2020



हर साल हम लोग गणतंत्र दिवस (Rebulic Day) बहुत धूमधाम से मनाते हैं लेकिन गणतंत्र दिवस की बहुत सी ऐसी बातें जो हमें पता नहीं होती । एक अच्छे नागरिक होने की कर्तव्य स्वरूप इन बातों को जानना बहुत जरूरी है । इन बातों को अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ी को जरूर बताएं । हम आपको 10 ऐसी बात बताएंगे जो शायद ही आपको पता हो । तो आइए जानते हैं

1. भारत की तीन मुख्य अवकाश

भारत सरकार द्वारा मुख्य तीन अवकाश घोषित किए गए हैं । जिनका उल्लेख हमारे संविधान में भी है । पहला अवकाश 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस (Rebulic Day) के रूप में मनाते हैं । इस दिन सारे कामकाज को बंद करके भारतीय संविधान के सफलतापूर्वक लागू होने के उपलक्ष में अपने कार्यालय और घर पर झंडारोहण करते हैं ।

Right to Freedom



भारत में 3 अवकाश में से एक 26 जनवरी को हर साल गणतंत्र दिवस 
(Rebulic Day) के रूप में मनाया जाता है । हम सबको पता है कि 26 जनवरी 1930 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था ।

इसलिए हम इस दिन को गणतंत्र दिवस के (Rebulic Day) रूप में मनाते हैं । 1950 में इसी दिन 10:18 पर भारतीय संविधान लागू किया गया था । और इसके ठीक 6 मिनट बाद भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने गवर्नर हाउस में राष्ट्रपति पद की शपथ भी ली थी ।

2. भारतीय संविधान की असली कॉपी

Courtesy: Bloombergquint.com
The original copies of The Constitution are stored in the Library of the Parliament of India.


शायद बहुत कम लोगों को पता होगा कि हमारा संविधान पूर्ण रूप से हस्तलिखित है । इसे हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में लिखा गया है । यह आज भी संसद भवन के लाइब्रेरी में हीलियम से भरे एक बॉक्स में रखा गया है ।

3. राष्ट्रपति द्वारा तिरंगा फहराया जाना




गणतंत्र दिवस (Rebulic Day) के मौके पर राष्ट्रपति के द्वारा ही राजपथ पर तिरंगा फहराया जाता है । और प्रधानमंत्री द्वारा अमर जवान ज्योति पर देश की आजादी में बलिदान होने वाले वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी जाती है ।

4. परेड के लिए पहले कोई भी जगह स्थाई नहीं था

Courtesy: theheritageble.in
First Pared of Indian Rebulic Day


यह जानकर हैरानी होगी कि आजादी के बाद भी 1950 से 1954 तक गणतंत्र दिवस 
(Rebulic Day) पर परेड के लिए कोई भी स्थाई जगह नहीं थी । यह परेड कई बार इरविन स्टेडियम, किंग्सवे, लाल किला तो कभी रामलीला मैदान में कराया गया । पहली बार 1955 में राजपथ को गणतंत्र दिवस (Rebulic Day) के शुभअवसर पर परेड के लिए स्थाई कर दिया गया । तब से आज तक गणतंत्र दिवस (Rebulic Day) की परेड राजपथ पर ही देखने को मिलता है ।

5. राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी


United India


सबसे पहले देश के पहले व्यक्ति के रूप में राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दी जाती है । यह सलामी भारतीय सेना के 7 तोपों से दी जाती है । यह 1941 में बनाई गई थी, राष्ट्रगान शुरू होते ही पहली सलामी और 52 सेकंड बाद आखिरी सलामी दी जाती है ।

6. झांकी की रफ्तार 5 किलोमीटर प्रति घंटा

Courtacy: https://www.indianholiday.com


राजपथ पर जितने भी झांकियां होती हैं उन सब की अधिकतम रफ्तार 5 किलोमीटर प्रति घंटा होती है । जिससे की झांकी की रौनक और बढ़ जाए । झांकी के सबसे आगे चलने वाला जवान संगीत की धुन पर मार्च करता है और झांकी का ड्राइवर छोटी सी खिड़की से उसे देखता रहता है ।

7. पहले गणतंत्र दिवस के पहले मुख्य अतिथि

Happy Rebulic Day


गणतंत्र दिवस (Rebulic Day) की एक खास परंपरा है कि किसी न किसी अतिथि को इस मौके पर आमंत्रित किया जाता है । तो पहले गणतंत्र दिवस (Rebulic Day) के पहले अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकरणों को आमंत्रित किया गया था ।

8. महात्मा गांधी का पसंदीदा गाना


Promote Indian


हर साल गणतंत्र दिवस (Rebulic Day) की आखिर में "Abide with me" के नाम से एक गाना बजाया जाता है । ऐसी मान्यता है कि यह गाना महात्मा गांधी को बहुत अच्छे लगते थे ।

9. गणतंत्र दिवस समारोह समय अवधि

Vandey Matram


बहुत कम लोगों को पता होगा कि गणतंत्र दिवस (Rebulic Day) समारोह एक निश्चित समय तक के लिए चलता है । अगर समारोह के प्रारंभ में 1 मिनट की देरी होती है तो इसका समापन भी 1 मिनट की देरी से ही होगा ।

10. तीन दिवसीय गणतंत्र दिवस समारोह




गणतंत्र दिवस (Rebulic Day) पूरे 3 दिन तक मनाया जाता है । 26 जनवरी से 29 जनवरी तक चलने वाला यह समारोह विजय चौक पर "Beating Retreat Ceremony" का आयोजन करके गणतंत्र दिवस (Rebulic Day) का समापन कर दिया जाता है । इस तरह 26 जनवरी को शुरू होने वाला पवित्र समारोह 29 जनवरी के दिन समाप्त हो जाता है ।



यह भी पढ़ें



शिवोस . 2017 Copyright. All rights reserved. Designed by Blogger Template | Free Blogger Templates